30th Chapter (Trinśattama Paţalah) “The Wait for Killing of Triśūlarōma” (Triśūlarōmavadha Pratīkşanamm) श्रीमैत्रये :- श्लोक:। प्रयाते ब्रह्मतनये नारदे मुनिसत्तम! पम्पातीरे कपीन्द्रेण किं कृतं वद सुब्रत!…
30th Chapter (Trinśattama Paţalah) “The Wait for Killing of Triśūlarōma” (Triśūlarōmavadha Pratīkşanamm) श्रीमैत्रये :- श्लोक:। प्रयाते ब्रह्मतनये नारदे मुनिसत्तम! पम्पातीरे कपीन्द्रेण किं कृतं वद सुब्रत!…